संक्षिप्त इतिहास और इसकी रचना

अप्रैल 1944 में कलकत्ता आयुक्तालय के अन्तर्गत शिलांग मंडल कार्यालय के सृजन के साथ चाय और सुपारी पर उत्पाद शुल्क सर्वेक्षण उत्तर पूर्वी क्षेत्र में केन्द्रीय उत्पाद शुल्क की अवधारणा का आरंभिक कदम था।

केन्द्रीय उत्पाद शुल्क एवं सीमाशुल्क के कार्यों पर बेहतर एवं प्रभावी नियंत्रण हासिल करने के लिए 1 जून 1966 में समाहार्ता के आदेश संख्या 102/66 दिनांक 26.05.1966 द्वारा गुवाहाटी मंडल कार्यालय का गठन किया गया। उस समय गुवाहाटी मंडल कार्यालय के क्षेत्राधिकार के अन्तर्गत समूचा ग्वालपारा, गारो हिल्स, नोवगॉग जिला, मंगलदै उपमंडल और असम के दरंग जिले के तेजपुर उपमंडल के ढ़ेकियाजुली आरक्षी थाने आते थे।

वर्ष 1972 में तेजपुर और धुबरी में दो नए  मंडल कार्यालयों का सृजन करने के लिए समाहार्ता  के आदेश संख्या 94/72 दिनांक 16.06.1972 के द्वारा इसका पुनर्गठन किया गया।

मुख्य समाहार्ता के आदेश संख्या 2/93 दिनांक 27.09.1993 द्वारा गुवाहाटी में एक अलग सीमाशुल्क (निवारक) मंडल कार्यालय बनाने के लिए गुवाहाटी स्थित एकीकृत केन्द्रीय उत्पाद शुल्क एवं सीमाशुल्क मंडल कार्यालय का पुनः पुनर्गठन किया गया।

वर्ष 01.12.2008 में गुवाहाटी केन्द्रीय उत्पाद शुल्क एवं सेवाकर आयुक्तालय, गुवाहाटी का मुख्यालय बना, जो देश में 94वां था। इसके अन्तर्गत पांच मंडल कार्यालय, गुवाहाटी केन्द्रीय उत्पाद शुल्क, गुवाहाटी सेवा कर, धुबरी केन्द्रीय उत्पाद शुल्क एवं सेवा कर, तेजपुर केन्द्रीय उत्पाद शुल्क एवं सेवा कर, ईटानगर केन्द्रीय उत्पाद शुल्क एवं सेवा कर बनाए गए। अधिसूचना संख्या 47/2008 केन्द्रीय उत्पाद शुल्क (एन.टी), दिनांक 01.12.2008 के द्वारा इन मंडल कार्यालयों के अन्तर्गत 32 रेंज बनाए गए जिनका प्रादेशिक क्षेत्राधिकार असम एवं अरूणाचल के मुख्य हिस्से, तथा मेघालय के कुछ हिस्से को मिलाकर 1,00,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र तक का फैला हुआ था।

इस आयुक्तालय (अब सीजीएसटी आयुक्तालय, गुवाहाटी) के अधिकार क्षेत्र को वस्तु और सेवा अधिनियम 2017, जो लागू हुआ था  01.07.2017 से, के कार्यान्वयन के कारण पुनर्गठित किया गया है, अधिसूचना सं. 13/2017-सी. ई.  (एन. टी.) दिनांक 09.06.2017 के अनुसार। इस आयुक्तालय के पास अब चार मंडल  हैं अर्थात; गुवाहाटी-I, गुवाहाटी-II, बोंगाईगांव और सिलचर हैं। पुनर्गठित आयुक्त का क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र असम के राज्य में कामरूप (मेट्रो), कामरूप (ग्रामीण), बक्शा, कोकराझार, बोंगाईगांव, चिरांग, बारापेटा, धुबरी, दक्षिण सलमार-मानकाचर, नलबारी, गोअलपाड़ा, मोरीगांव, नगांव, होजई, पूर्वी करबी एंग्लोंग, पश्चिम करबी एंग्लोंग, दीमा हसाओ, कचर, हैलाकांडी और करीमगंज के जिलों में फैला हुआ है ।